थायराइड में कहां-कहां दर्द होता है
थायराइड एक महत्वपूर्ण ग्रंथि है जो शरीर में हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। लेकिन जब इसमें समस्या होती है, तो यह शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द का कारण बन सकती है। थायराइड की समस्या के कारण गले, गर्दन, कंधे और यहां तक कि मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।
गले में दर्द: थायराइड के कारण सबसे ज्यादा दर्द गले में महसूस होता है। यह दर्द सूजन या थायराइडिटिस के कारण हो सकता है।
गर्दन और कंधे में दर्द: थायराइड की सूजन गर्दन और कंधे तक फैल सकती है। इससे यहां भारीपन और असहजता हो सकती है।
मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द: हाइपोथायरायडिज्म के कारण मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द महसूस होता है। थकान और कमजोरी के साथ यह लक्षण और अधिक गंभीर हो सकता है।
थायराइड की समस्या का सही निदान और इलाज बेहद जरूरी है, ताकि दर्द और अन्य लक्षणों को समय रहते नियंत्रित किया जा सके।
थायराइड का इलाज कहां होता है
थायराइड की समस्या का इलाज सामान्यतः एक एंडोक्राइनोलॉजिस्ट या गले की बीमारियों के विशेषज्ञ (ईएनटी डॉक्टर) द्वारा किया जाता है।
- एंडोक्राइनोलॉजिस्ट: ये हार्मोन संबंधी समस्याओं का विशेषज्ञ होता है और थायराइड विकारों का सही निदान और इलाज कर सकता है।
- ईएनटी विशेषज्ञ: यदि थायराइड से संबंधित समस्या गले में दर्द और सूजन का कारण बन रही है, तो ईएनटी डॉक्टर आपकी मदद कर सकते हैं।
- जनरल फिजीशियन: शुरुआती जांच और ब्लड टेस्ट कराने के लिए जनरल फिजीशियन के पास जाना चाहिए।
- अस्पताल और लैब्स: थायराइड टेस्ट और इलाज बड़े अस्पतालों और प्रमाणित लैब्स में आसानी से किया जा सकता है।
समय पर डॉक्टर से संपर्क करें ताकि समस्या गंभीर न हो।
थायराइड क्यों होता है
थायराइड कई कारणों से हो सकता है:
- आयोडीन की कमी: शरीर में आयोडीन की कमी थायराइड विकार का सबसे सामान्य कारण है।
- ऑटोइम्यून बीमारी: हाशिमोटो’स डिजीज और ग्रेव्स डिजीज जैसी बीमारियां थायराइड को प्रभावित कर सकती हैं।
- हार्मोनल बदलाव: गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोनल बदलाव थायराइड विकार का कारण बन सकते हैं।
- अनुवांशिकता: परिवार में थायराइड विकार की इतिहास होने से यह समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
- तनाव और जीवनशैली: तनाव, खराब आहार और व्यायाम की कमी से थायराइड का खतरा बढ़ सकता है।
सूखा थायराइड में क्या होता है
सूखा थायराइड (हाइपोथायरायडिज्म) में शरीर में थायराइड हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। इसके लक्षणों में शामिल हैं:
- थकान और कमजोरी: यह सबसे सामान्य लक्षण है।
- वजन बढ़ना: चयापचय दर कम होने के कारण वजन तेजी से बढ़ सकता है।
- ठंड का अहसास: शरीर में ऊर्जा की कमी से ठंड ज्यादा महसूस होती है।
- बाल झड़ना और त्वचा का रूखापन: हार्मोनल असंतुलन से यह समस्याएं होती हैं।
- डिप्रेशन और मूड स्विंग्स: मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ता है।
महिलाओं में थायराइड के लक्षण
महिलाओं में थायराइड के लक्षण पुरुषों की तुलना में अधिक स्पष्ट हो सकते हैं।
- मासिक धर्म में अनियमितता: पीरियड्स का समय बदल सकता है या रक्तस्राव अधिक हो सकता है।
- गर्भधारण में कठिनाई: प्रजनन क्षमता पर असर पड़ सकता है।
- बाल झड़ना: बाल पतले और कमजोर हो सकते हैं।
- थकान और नींद की कमी: ऊर्जा की कमी और थकान महसूस होती है।
- त्वचा का रूखापन और चेहरे की सूजन: यह लक्षण अधिकतर महिलाओं में देखे जाते हैं।
थायराइड में गले में दर्द होता है
थायराइड की समस्या के दौरान गले में दर्द होना आम है। यह दर्द थायराइड ग्रंथि में सूजन के कारण होता है।
- थायराइडिटिस: यह गले में दर्द और सूजन का प्रमुख कारण है।
- थायराइड नोड्यूल्स: ग्रंथि में गांठ बनने से गले में असहजता हो सकती है।
- गला बैठना: कुछ मामलों में गले से आवाज धीमी या कर्कश हो सकती है।
थायराइड में क्या परेशानी होती है
थायराइड के कारण व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है:
- मेटाबॉलिज्म में बदलाव: यह वजन बढ़ने या घटने का कारण बन सकता है।
- थकान और कमजोरी: रोजमर्रा के कामों में ऊर्जा की कमी महसूस होती है।
- दिल की धड़कन का अनियमित होना: हार्ट रेट बढ़ या घट सकता है।
- बालों का झड़ना: थायराइड विकार बालों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
गले थायराइड के लक्षण
गले में थायराइड की समस्या के कुछ प्रमुख लक्षण हैं:
- गले में सूजन और दर्द: यह थायराइड की सूजन के कारण होता है।
- गांठ महसूस होना: गले में गांठ या भारीपन महसूस हो सकता है।
- आवाज में बदलाव: आवाज धीमी या भारी हो सकती है।
- निगलने में कठिनाई: खाना या पानी निगलने में दिक्कत हो सकती है।
थायराइड में क्या नहीं खाना चाहिए
थायराइड विकार के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए:
- ज्यादा प्रोसेस्ड फूड्स: पैकेज्ड और फास्ट फूड से दूर रहें।
- सोयाबीन और उससे बने उत्पाद: सोया थायराइड हार्मोन के उत्पादन को बाधित कर सकता है।
- गोइट्रोजेनिक फूड्स: पत्ता गोभी, ब्रोकली, और फूलगोभी को कम मात्रा में खाएं।
- ज्यादा चीनी और कैफीन: इनसे थायराइड की समस्या बढ़ सकती है।
- ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थ: ग्लूटेन से एलर्जी वाले लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
संतुलित आहार और डॉक्टर की सलाह के अनुसार भोजन करना जरूरी है।
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