Skip to main content

Pain occur in thyroid - थायराइड में कहां-कहां दर्द होता है?

 


थायराइड में कहां-कहां दर्द होता है

थायराइड एक महत्वपूर्ण ग्रंथि है जो शरीर में हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। लेकिन जब इसमें समस्या होती है, तो यह शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द का कारण बन सकती है। थायराइड की समस्या के कारण गले, गर्दन, कंधे और यहां तक कि मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।

गले में दर्द: थायराइड के कारण सबसे ज्यादा दर्द गले में महसूस होता है। यह दर्द सूजन या थायराइडिटिस के कारण हो सकता है।

गर्दन और कंधे में दर्द: थायराइड की सूजन गर्दन और कंधे तक फैल सकती है। इससे यहां भारीपन और असहजता हो सकती है।

मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द: हाइपोथायरायडिज्म के कारण मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द महसूस होता है। थकान और कमजोरी के साथ यह लक्षण और अधिक गंभीर हो सकता है।

थायराइड की समस्या का सही निदान और इलाज बेहद जरूरी है, ताकि दर्द और अन्य लक्षणों को समय रहते नियंत्रित किया जा सके।


थायराइड का इलाज कहां होता है

थायराइड की समस्या का इलाज सामान्यतः एक एंडोक्राइनोलॉजिस्ट या गले की बीमारियों के विशेषज्ञ (ईएनटी डॉक्टर) द्वारा किया जाता है।

  1. एंडोक्राइनोलॉजिस्ट: ये हार्मोन संबंधी समस्याओं का विशेषज्ञ होता है और थायराइड विकारों का सही निदान और इलाज कर सकता है।
  2. ईएनटी विशेषज्ञ: यदि थायराइड से संबंधित समस्या गले में दर्द और सूजन का कारण बन रही है, तो ईएनटी डॉक्टर आपकी मदद कर सकते हैं।
  3. जनरल फिजीशियन: शुरुआती जांच और ब्लड टेस्ट कराने के लिए जनरल फिजीशियन के पास जाना चाहिए।
  4. अस्पताल और लैब्स: थायराइड टेस्ट और इलाज बड़े अस्पतालों और प्रमाणित लैब्स में आसानी से किया जा सकता है।

समय पर डॉक्टर से संपर्क करें ताकि समस्या गंभीर न हो।


थायराइड क्यों होता है

थायराइड कई कारणों से हो सकता है:

  1. आयोडीन की कमी: शरीर में आयोडीन की कमी थायराइड विकार का सबसे सामान्य कारण है।
  2. ऑटोइम्यून बीमारी: हाशिमोटो’स डिजीज और ग्रेव्स डिजीज जैसी बीमारियां थायराइड को प्रभावित कर सकती हैं।
  3. हार्मोनल बदलाव: गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोनल बदलाव थायराइड विकार का कारण बन सकते हैं।
  4. अनुवांशिकता: परिवार में थायराइड विकार की इतिहास होने से यह समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है।
  5. तनाव और जीवनशैली: तनाव, खराब आहार और व्यायाम की कमी से थायराइड का खतरा बढ़ सकता है।

सूखा थायराइड में क्या होता है

सूखा थायराइड (हाइपोथायरायडिज्म) में शरीर में थायराइड हार्मोन का स्तर कम हो जाता है। इसके लक्षणों में शामिल हैं:

  1. थकान और कमजोरी: यह सबसे सामान्य लक्षण है।
  2. वजन बढ़ना: चयापचय दर कम होने के कारण वजन तेजी से बढ़ सकता है।
  3. ठंड का अहसास: शरीर में ऊर्जा की कमी से ठंड ज्यादा महसूस होती है।
  4. बाल झड़ना और त्वचा का रूखापन: हार्मोनल असंतुलन से यह समस्याएं होती हैं।
  5. डिप्रेशन और मूड स्विंग्स: मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका गहरा प्रभाव पड़ता है।

महिलाओं में थायराइड के लक्षण

महिलाओं में थायराइड के लक्षण पुरुषों की तुलना में अधिक स्पष्ट हो सकते हैं।

  1. मासिक धर्म में अनियमितता: पीरियड्स का समय बदल सकता है या रक्तस्राव अधिक हो सकता है।
  2. गर्भधारण में कठिनाई: प्रजनन क्षमता पर असर पड़ सकता है।
  3. बाल झड़ना: बाल पतले और कमजोर हो सकते हैं।
  4. थकान और नींद की कमी: ऊर्जा की कमी और थकान महसूस होती है।
  5. त्वचा का रूखापन और चेहरे की सूजन: यह लक्षण अधिकतर महिलाओं में देखे जाते हैं।

थायराइड में गले में दर्द होता है

थायराइड की समस्या के दौरान गले में दर्द होना आम है। यह दर्द थायराइड ग्रंथि में सूजन के कारण होता है।

  1. थायराइडिटिस: यह गले में दर्द और सूजन का प्रमुख कारण है।
  2. थायराइड नोड्यूल्स: ग्रंथि में गांठ बनने से गले में असहजता हो सकती है।
  3. गला बैठना: कुछ मामलों में गले से आवाज धीमी या कर्कश हो सकती है।

थायराइड में क्या परेशानी होती है

थायराइड के कारण व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है:

  1. मेटाबॉलिज्म में बदलाव: यह वजन बढ़ने या घटने का कारण बन सकता है।
  2. थकान और कमजोरी: रोजमर्रा के कामों में ऊर्जा की कमी महसूस होती है।
  3. दिल की धड़कन का अनियमित होना: हार्ट रेट बढ़ या घट सकता है।
  4. बालों का झड़ना: थायराइड विकार बालों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

गले थायराइड के लक्षण

गले में थायराइड की समस्या के कुछ प्रमुख लक्षण हैं:

  1. गले में सूजन और दर्द: यह थायराइड की सूजन के कारण होता है।
  2. गांठ महसूस होना: गले में गांठ या भारीपन महसूस हो सकता है।
  3. आवाज में बदलाव: आवाज धीमी या भारी हो सकती है।
  4. निगलने में कठिनाई: खाना या पानी निगलने में दिक्कत हो सकती है।

थायराइड में क्या नहीं खाना चाहिए

थायराइड विकार के दौरान कुछ खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए:

  1. ज्यादा प्रोसेस्ड फूड्स: पैकेज्ड और फास्ट फूड से दूर रहें।
  2. सोयाबीन और उससे बने उत्पाद: सोया थायराइड हार्मोन के उत्पादन को बाधित कर सकता है।
  3. गोइट्रोजेनिक फूड्स: पत्ता गोभी, ब्रोकली, और फूलगोभी को कम मात्रा में खाएं।
  4. ज्यादा चीनी और कैफीन: इनसे थायराइड की समस्या बढ़ सकती है।
  5. ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थ: ग्लूटेन से एलर्जी वाले लोगों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

संतुलित आहार और डॉक्टर की सलाह के अनुसार भोजन करना जरूरी है।

Comments

Popular posts from this blog

Almira - अलमारी शब्द किस भाषा से आया है? अलमारी शब्द की उत्पत्ति और उपयोग

  अलमारी शब्द की उत्पत्ति और उपयोग अलमारी शब्द पुर्तगाली भाषा से लिया गया है। यह पुर्तगाली शब्द 'आर्मेरियो' से आया है, जो कि लैटिन शब्द 'आर्मेरियम' से निकला है। 'आर्मेरियम' का अर्थ होता है 'कैबिनेट' या 'कोठरी', जिसे आमतौर पर वस्त्रों और अन्य आवश्यक सामानों को सुरक्षित रखने के लिए उपयोग किया जाता था। अलमारी शब्द की भाषा और इतिहास मूल भाषा: पुर्तगाली शब्द की जड़: लैटिन (Armarium → Armario → Almari) भाषा परिवार: हिन्द-यूरोपीय (रोमांस भाषा शाखा) लिपि: रोमन पुर्तगाल अपने उपनिवेशी इतिहास के कारण कई देशों में अपनी भाषा और शब्दों का प्रभाव छोड़ चुका है। भारत में भी पुर्तगाली भाषा के कई शब्द अपनाए गए हैं, जिनमें से 'अलमारी' एक प्रमुख उदाहरण है। अलमारी का उपयोग और महत्व परिभाषा: अलमारी एक सीधा खड़ा रहने वाला बक्सा होता है, जिसमें कपड़े, किताबें, और अन्य महत्वपूर्ण वस्तुएं संगृहीत की जाती हैं। पारंपरिक रूप से इसे लकड़ी से बनाया जाता था, लेकिन आधुनिक समय में यह धातु और प्लास्टिक में भी उपलब्ध है। इतिहास में प्रयोग: पुराने समय मे...

शिमला घूमने के लिए कितने दिन पर्याप्त हैं? जानिए परफेक्ट ट्रिप प्लान

  शिमला घूमने के लिए कितने दिन पर्याप्त हैं? शिमला घूमने के लिए 3 से 4 दिन पर्याप्त माने जाते हैं। इतने समय में आप शिमला के प्रमुख पर्यटक स्थलों को आराम से देख सकते हैं। यदि आप आसपास के क्षेत्रों जैसे कुफरी, चैल, और नारकंडा भी कवर करना चाहते हैं, तो 5 से 6 दिन का समय बेहतर होगा। शिमला में हर मौसम का अलग आनंद है, इसलिए यदि आप बर्फबारी का मजा लेना चाहते हैं, तो सर्दियों के मौसम में आएं। गर्मियों में भी शिमला का मौसम बेहद सुहावना रहता है और इस समय आप यहां अधिक स्थानों पर घूम सकते हैं। शिमला घूमने का खर्चा शिमला घूमने का कुल खर्च आपके बजट और सुविधाओं पर निर्भर करता है। सामान्यतः शिमला ट्रिप का खर्च निम्नानुसार हो सकता है: आवास: होटल का किराया प्रति रात 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक हो सकता है। खाना: एक दिन का भोजन खर्च 500 रुपये से 1500 रुपये के बीच हो सकता है। यातायात: स्थानीय परिवहन के लिए टैक्सी या बस का खर्च 500 रुपये से 2000 रुपये तक आ सकता है। प्रवेश शुल्क: प्रमुख आकर्षण स्थलों पर प्रवेश शुल्क 50 रुपये से 200 रुपये तक हो सकता है। औसतन, 4 दिन की यात्रा के लिए प्रत...

दिल्ली में बच्चों के लिए बेहतरीन घूमने की जगहें: मस्ती और शिक्षा का संपूर्ण मिश्रण

  दिल्ली में बच्चों की घूमने की जगह दिल्ली, भारत की राजधानी, न केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह बच्चों के लिए घूमने की भी बहुत सी शानदार जगहें प्रदान करता है। बच्चों के लिए घूमने की इन जगहों में न केवल मनोरंजन का प्रबंध होता है, बल्कि यह उनके लिए शैक्षिक अनुभव भी होते हैं। आइए जानें दिल्ली में बच्चों के घूमने के लिए बेहतरीन जगहों के बारे में। दिल्ली में घूमने की जगह कौन-कौन सी खुली हुई है? दिल्ली में कई प्रमुख पर्यटक स्थल हैं जो बच्चों के लिए उपयुक्त हैं। इन जगहों में से कुछ विशेष रूप से उन बच्चों के लिए हैं जो विज्ञान, कला, प्रकृति और इतिहास में रुचि रखते हैं। दिल्ली के कई संग्रहालय, पार्क और थीम पार्क आजकल पर्यटकों के लिए खुले हैं: नेशनल साइंस सेंटर : यह विज्ञान और प्रौद्योगिकी से संबंधित एक अद्भुत संग्रहालय है, जो बच्चों को आकर्षित करता है। यहां इंटरेक्टिव डिस्प्ले और मॉडल्स बच्चों को विज्ञान के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराते हैं। दिल्ली हाट : यह एक हाट बाजार है, जहां भारतीय सांस्कृतिक विविधता को दर्शाने वाले हस्तशिल्प और कला के काम देखे जा सकते ह...